कांग्रेस नेता राहुल गांधी नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के पांचवें दिन मंगलवार को सुबह 11 बजे ईडी कार्यालय में फिर से पेश हुए। उनसे मंगलवार रात 10 बजे तक पूछताछ जारी रही। अब जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक उन्हें इस सप्ताह दोबारा पूछताछ के लिए नहीं बुलाया जा सकता है। वह जांच दल के साथ करीब 12 घंटे बिताकर सोमवार आधी रात को ईडी कार्यालय से निकले थे।
ईडी के सूत्रों ने पहले कहा था कि कांग्रेस नेता कथित अवैध लेनदेन और यंग इंडियन में कोलकाता स्थित हवाला ऑपरेटरों से प्राप्त 1 करोड़ रुपये की 'आवास एंट्री' के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार कर रहे थे। एजेंसी राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित यंग इंडियन के शेयरधारकों के खिलाफ कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रही है।
गांधी परिवार के पास यंग इंडिया का सर्वाधिक शेयर है। इन्होंने 2011 में एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (AJL) का 100% कब्जा कर लिया था। AJL तब तक एक कांग्रेस नियंत्रित कंपनी थी, जिसके पास अनुमानित संपत्ति 800 करोड़ रुपये से अधिक थी।
आपको बता दें कि हर बार की तरह मंगलवार को भी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अपने भाई और कांग्रेस नेता राहुल गांधी साथ ईडी के दफ्तर के पास तक आईं और उन्हें छोड़कर अपने सुरक्षा बलों के काफिले के साथ वापस लौट गईं। इस बीच, पूछताछ का विरोध में मार्च निकाल रहे कई पार्टी नेताओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया।
इससे पहले ईडी राहुल गांधी से चार बार पूछताछ कर चुका है। यह पूछताछ 13,14, 15 और 20 जून को हुई। सूत्रों का कहना है कि ईडी राहुल गांधी से उन परिस्थितियों के बारे में पूछताछ कर रही है, जिनके तहत एजेएल का यंग इंडिया ने अधिग्रहण किया।
बता दें कि ईडी इस मामले में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मिल्लकार्जुन खड़गे और पवन बंसल सहित पार्टी के कई नेताओं से पूछताछ कर चुकी है। ईडी ने इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी 23 जून को तलब किया है। उन्हें कोरोना संक्रमण की वजह से 12 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हाल ही में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई है। डॉक्टरों ने फिल्हाल उन्हें आराम करने की सलाह दी है।