Right Banner

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने अपना कर्तव्य पूरा करके निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। आज पूरा विश्व मानता है कि भारत एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था है जिसने पेरिस प्रतिबद्धता पर लेटर एंड स्प्रिट में डिलिवर किया है। हम संकल्पबद्ध होकर हरसंभव परिश्रम कर रहे हैं और परिणाम लाकर दिखा रहे हैं।

पेरिस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहली बार जब मैं क्लामेट समिट में पेरिस आया था, तब मेरा यह इरादा नहीं था कि दुनिया में हो रहे वादों में अपना भी एक वादा जोड़ दूं। मैं पूरी मानवता के लिए एक चिंता के साथ आया था। मैं उस संस्कृति के प्रतिनिधि के रूप में आया था जिसमें सर्वे भवन्तु सुखिनः अर्थात सभी सुखी रहें का संदेश दिया है। 

उन्होंने कहा कि मेरे लिए पेरिस में हुआ आयोजन एक समिट नहीं भावनात्मक था। और भारत वो वादे विश्व से नहीं करा था बल्कि वो वादे 125 करोड़ भारतवासी अपने आपसे कर रहे थे। मुझे खुशी है कि भारत जैसा विकासशील देश जो करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में जुटा हुआ है। 

उन्होंने कहा कि भारत ने अपना कर्तव्य पूरा करके निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। आज पूरा विश्व मानता है कि भारत एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था है जिसने पेरिस प्रतिबद्धता पर लेटर एंड स्प्रिट में डिलिवर किया है। हम संकल्पबद्ध होकर हरसंभव परिश्रम कर रहे हैं और परिणाम लाकर दिखा रहे हैं।