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गर्मी जानलेवा हो गई है। सोमवार को कानपुर में आधा दर्जन मरीजों की मौत हो हुई। हीट स्ट्रोक, डायरिया और डिहाइड्रेशन के चलते किडनी फेल होने का ग्राफ भी बीते 24 घंटे में दोगुना हो गया। वहीं हैलट की ओपीडी में तीन मरीज बेहोश हो गए। तीनों की हालत सामान्य बताई गई है।

हीट स्ट्रोक से मंधना के अनिल कुमार (83) और शुक्लागंज के ओम प्रकाश कटियार (79) की हैलट मौत हो गई। सरसौल के बाबू लाल (49) की मौत किडनी फेल होने से हुई, जबकि चौबेपुर के शिवेन्द्र (42) की मुंबई से आने के बाद हालत बिगड़ी। परिजन उन्हें हैलट इमरजेंसी लाए तो वहां से कॉडियोलाजी के लिए भेजा गया, जहां उनकी मौत हो गई। इसी तरह रामनगर के रहने वाले दिपांकर (56) की मौत आईडीएच मे हुई। तीन दिन से सिर्फ डायरिया के कारण हालत बिगड़ी हुई थी जबकि आयुष (7) की मौत किदवई नगर में नर्सिंग होम में हुई।

गश खाकर गिरे, सीजन में सर्वाधिक मरीज
उधर हैलट की ओपीडी में सोमवार को 3710 मरीज आए। भीड़ के कारण एसी भी बेअसर रहा। ओपीडी में मरीज लोकेन्द्र, राजू और मो.सलीम गश खाकर गिर पडे़। तीनों को गर्मी के कारण चक्कर आने लगे थे। उनके गिरने से ओपीडी ब्लाक में अफरा-तफरी मच गई। स्ट्रेचर के सहारे इमरजेंसी भेजा गया। मेडिसिन हेड और उप प्राचार्य प्रो.रिचा गिरि ने बताया कि गर्मी ने हर किसी को बेहाल कर दिया है। सोमवार को इस सीजन में सबसे ज्यादा मरीज आए हैं। अधिकांश मरीज हीट स्ट्रोक, डिहाईड्रेशन और किडनी के ही हैं। 

हैलट एंड एसोसिएट हॉस्पिटल के प्रमुख अधीक्षक प्रो.आरके मौर्या ने बताया कि गर्मी के कारण मरीजों की भीड़ है। सोमवार को भीड़ के कारण ही कुछ मरीज ओपीडी ब्लाक में गिर गए थे, लेकिन शाम तक ठीक हो गए। उन्हें सघन चिकित्सा में रखा गया है।