पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा के विवादित बयान का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ जहां अरब देशों ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला तो वहीं अब विपक्ष ने भी केंद्र सरकार और भाजपा पर निशाना साधा है। इसी कड़ी में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का दर्द छलका है। उन्होंने कहा कि हमारी तकलीफ नहीं समझी जाती है और अरब देशों के कहने पर एक्शन ले लिया गया।
'नेताओं पर कार्रवाई करने में देरी की'
दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भाजपा ने अपने दोनों नेताओं पर कार्रवाई करने में देरी की है। हमने तो पहले ही कहा था, लेकिन कोई कार्रवाई ही नहीं की गई। अरब देशों में जब इस पर सवाल उठा तो ऐक्शन लिया गया। यह फैसला 10 दिन पहले ही हो जाना चाहिए था। पैगंबर साहब पर विवादित बयान दिए जा रहे हैं। हरिद्वार में हेट स्पीच हुई थी। नूपुर शर्मा को फौरन गिरफ्तार किया जाना चाहिए था।
'मेरे कहने पर कोई ऐक्शन क्यों नहीं लिया'
एक टीवी चैनल से बातचीत में ओवैसी ने आगे कहा कि मुझे समझ में नहीं आता है कि यह कैसी विदेश नीति है। इस मसले पर सेक्युलर देश भी चुप थे, लेकिन कल शाम से अचानक सभी सक्रिय हुए हैं और अब बयान दिए जा रहे हैं। मेरे कहने पर आपने कोई ऐक्शन क्यों नहीं लिया। क्या आप विदेश के लोगों की बात को समझते हैं और हमारी तकलीफों को नहीं समझते हैं।
मदनी ने भाजपा को बताया जिम्मेदार पार्टी, सजा भी दे
वहीं इसके अलावा ओवैसी ने विपक्षी दलों की इस पूरे मामले पर खामोशी को लेकर भी हमला बोला। ओवैसी ने कहा कि यह जो तथाकथित सेक्युलर पार्टी हैं इनके मुंह में भी दही जम गई थी। सिर्फ हम ही बोल रहे थे। उधर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मुखिया मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि भाजपा ने एक जिम्मेदारी पार्टी के नाते अपना काम कर दिया है। अब मैं सरकार से अपेक्षा करता हूं कि वह भी अपना काम करेगी और उन्हें सजा दिलाने का काम करेगी।
उधर विदेश मंत्रालय ने इस मामले में ओआईसी द्वारा भारत के ऊपर लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया। मंत्रालय के बयान में कहा गया कि भारत सरकार ओआईसी सचिवालय की तरफ से की गई अनुचित और संकीर्ण सोच वाली टिप्पणियों को स्पष्ट रूप से खारिज करती है। भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देती है।