जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले में स्थित एक मंदिर में तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। इस घटना के विरोध में वहां संबंधित समुदाय के लोगों द्वारा प्रदर्शन भी किया जा रहा है। यह सब तब हुआ जब सुबह मंदिर के पुजारी ने पाया कि मंदिर में मौजूद मूर्ति को तोड़ दिया गया, साथ ही वहां खिड़की और दरवाजों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। फिलहाल घटना के बाद इलाके में पुलिस की तैनाती की गई है।
दरअसल, यह घटना जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले के भदरवाह में बने प्राचीन वासुकी नाग मंदिर की है। भदरवाह को भद्रकाशी भी कहा जाता है। यहां रविवार रात वासुकी नाग मंदिर में तोड़फोड़ की गई। सुबह पुजारी के पहुंचने पर घटना का पता चला। जब पुजारी मंदिर पहुंचे तो दरवाजे, खिड़कियां टूटे मिले। मूर्तियां खंडित थीं और नीचे पत्थर पड़े थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जैसे ही इस घटना के बारे में आसपास के लोगों को पता चल, वहां भीड़ इकठ्ठा हो गई। इतना ही नहीं कुछ हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उन्होंने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस का कहना है कि वासुकी नाग मंदिर में तोड़फोड़ की एक फोटो सामने आई है।
बता दें कि इस मंदिर में स्थापित भगवान वासुकी को नागों का राजा माना जाता है। यही वजह है कि इस मंदिर में लोगों की गहरी आस्था है। जम्मू से करीब 185 किलोमीटर की दूरी पर डोडा के भद्रवाह में यह प्राचीन वासुकी नाग मंदिर है। भद्रवाह को भद्रकाशी के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर में लगी भगवान की मूर्तियों को एक काले पत्थर से तराशा गया है। कहा जाता है कि नाग पंचमी के दिन इस मंदिर में दर्शन करने से कालसर्प दोष दूर हो जाता है।
फिलहाल इस तोड़फोड़ के विरोध में वहां विरोध प्रदर्शन जारी है। हिंदू संगठनों के आह्वान पर लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। सड़कों पर टायर जलाए जा रहे हैं। लोगों ने जमकर नारेबाजी की है और मंदिर को निशाना बनाने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।