सामने आए एक वीडियो के मुताबिक अखुंदजादा को उसके समर्थकों के साथ कंधार में देखा गया है। जहां पर वह मदरसे का दौरा करने गया था। हालांकि कुछ वक्त पहले एक रिपोर्ट सामने आई थी अखुंदजादा की साल 2020 में मौत हो चुकी थी।
काबुल। अफगानिस्तान के काबुल में तालिबान की एंट्री के साथ ही सुप्रीम लीडर हैबतुल्लाह अखुंदजादा का नाम सामने आने लगा था। इसके बाद अखुंदजादा की मौत की खबर सामने आई लेकिन शनिवार को सामने आए वीडियो से साफ हो गया कि अखुंदजादा की मौत नहीं हुई है बल्कि मौत की खबर अफवाह थी।
सामने आए एक वीडियो के मुताबिक अखुंदजादा को उसके समर्थकों के साथ कंधार में देखा गया है। जहां पर वह मदरसे का दौरा करने गया था। हालांकि कुछ वक्त पहले एक रिपोर्ट सामने आई थी अखुंदजादा की साल 2020 में मौत हो चुकी थी।
गिर गई अमेरिकी समर्थित सरकार
साल 1996 से 2001 तक अफगानिस्तान में तालिबान के राज के बाद वहां पर अमेरिकी प्रशासन समर्थित सरकार का गठन हुआ था। लेकिन अमेरिका की वापसी के साथ ही सरकार भी गिर गई और वापस से तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया।
अमेरिकी ड्रोन हमले में अख्तूर मंसूर के मारे जाने के बाद साल 2016 में अखुंदजादा को तालिबान का प्रमुख नियुक्त कर दिया गया था। 15 अगस्त, 2021 में जब तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया तो कयास लगाए जाने लगे कि अखुंदजादा सामने आकर सरकार के गठन का ऐलान करेंगे। लेकिन किसी ने भी अखुंदजादा को नहीं देखा और फिर बाद में अखुंदजादा की मौत की खबर सामने आई थी। जिसे शनिवार को सामने आए वीडियो ने झुठला दिया।
चीन की न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने 1:13 सेकंड का वीडियो साझा किया। जिसमें अखुंदजादा दिखाई दे रहा है। पोस्ट के साथ एजेंसी ने लिखा कि तालिबान का सुप्रीम नेता हैबतुल्ला अखुंदजादा ने शनिवार को कंधार में दिखाई दिया और एक मदरसे का दौरा किया।