लखनऊ के ठाकुरगंज के बालागंज में डाला मालिकों ने स्टेपनी चोरी के शक में तीन किशोरों को पकड़ कर पीट दिया। फिर खुद ही उन्हें पुलिस चौकी पर लेकर पहुंचे। पड़ताल में साफ हुआ कि इन बच्चों ने स्टेपनी चोरी नहीं की थी। इस पर पुलिस ने डाला मालिक व उसके भाई को हिरासत में ले लिया। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज ली और शांति भंग की आशंका के तहत कोर्ट भेज दिया जहां से उन्हें रिहा कर दिया गया।
एसीपी चौक आईपी सिंह ने बताया कि बालागंज में रहने वाले सत्येन्द्र और उसका भाई कृष्णा हाफ डाला चलवाते हैं। दो दिन पहले इनकी गाड़ी की स्टेपनी चोरी हो गई। इस बारे में पता करने के लिये वह कुछ दूरी पर कबाड़ मंडी में पहुंचे। यहां लोगों ने बताया कि तीन किशोर स्टेपनी लेकर बेचने आये थे। इस पर सत्येन्द्र और कृष्णा ने शक के आधार पर थोड़ी दूर पर मौजूदू तीन किशोरों को पकड़ लिया। उन लोगों ने चोरी से इनकार किया तो दोनों ने उनकी पिटाई कर दी। फिर उन्हें कबाड़ी के पास ले जाया गया तो उसने इन्हें पहचानने से इनकार कर दिया।
इसके बाद दोनों लोग उसे लेकर बालागंज पुलिस चौकी पहुंचे। यहां बच्चों ने बताया कि दोनों ने उन्हें पीटा है। एसीपी ने बताया कि बच्चों के खिलाफ चोरी के साक्ष्य न मिलने पर दोनों आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 342 के तहत एफआईआर दर्ज की गई। फिर इनके खिलाफ शांतिभंग की आशंका के तहत कार्रवाई की गई।