प्रतापगढ़।उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा निर्देश एवं माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संजय शंकर पाण्डेय के मार्गदर्शन में जिला कारागार का सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नीरज कुमार त्रिपाठी द्वारा निरीक्षण किया गया एवं बन्दियों को विधिक रूप से जागरूक किया गया।
निरीक्षण के दौरान जेलर राजेन्द्र प्रसाद चौधरी द्वारा बताया गया कि जिला कारागार में 1108 बन्दी निरूद्ध है जिसमें 960 विचाराधीन बन्दी है। इसमें महिला 30 तथा 1025 पुरूष एवं किशोर बन्दियों की संख्या 53 है। सिद्धदोष बन्दियों की संख्या 137 बतायी गयी।जेल में बन्दियों के लिये कोरोना जांँच की व्यवस्था है।जिला कारागार में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों को कोरोना की बूस्टर डोज लगा दी गयी है।
सचिव द्वारा जिला कारागार में स्थित महिला बैरक, जेल अस्पताल, लीगल एण्ड क्लीनिक एवं वीडियो कान्फ्रेसिंग रूम एवं जेल परिसर की साफ-सफाई का निरीक्षण किया गया। लीगल एण्ड क्लीनिक में चयनित जेल पीएलवी द्वारा किये गये कार्यो की जानकारी ली गयी एवं लीगल एण्ड क्लीनिक के अभिलेखों का निरीक्षण किया गया। प्रत्येक बैरिक में मनोरंजन के लिये टी0वी0 एवं योगा के शिक्षक भी प्रत्येक दिन आते हैं। इस अवसर पर जेल पीएलवी को निर्देशित किया गया कि जिन बन्दियों को अपने मुकदमें की पैरवी हेतु निःशुल्क पैनल अधिवक्ता की आवश्यकता है उनके आवेदन पत्र लिखित रूप में प्राप्त करके उनके आवेदन पत्र रजिस्टर में अंकित करके जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय को उपलब्ध कराये जिससे बन्दियों को उनके मुकदमें की पैरवी हेतु निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराया जा सके। इस अवसर पर सचिव द्वारा जिला कारागार में निरूद्ध बन्दियों को उनके अधिकारों एवं प्लीबारगेनिंग के सम्बन्ध में विधिक जानकारी देते हुये जागरूक किया गया। इस अवसर पर जेल विजिटर विश्वनाथ प्रसाद त्रिपाठी एडवोकेट द्वारा किशोर बन्दियों को उनके विधिक अधिकारों एवं प्लीबारगेनिंग तथा जमानत के सम्बन्ध में विधिक जानकारी देते हुये जागरूक किया गया।
निरीक्षण के दौरान जेलर द्वारा जानकारी दी गयी कि जेल में निरूद्ध सभी सिद्धदोष बन्दियों की अपील हो चुकी है, जिन बन्दियों की अपील नही हुई है उनके अपील किये जाने हेतु कार्यवाही करायी जा रही है जो सम्बन्धित न्यायालयों में विचाराधीन है।जेल निरीक्षण के दौरान जेल अधिकारी को निर्देशित किया गया कि जिला कारागार की प्रतिदिन साफ- सफाई कराने के साथ-साथ सेनेटाइज कराया जाये।जेल में स्थापित लीगल एण्ड क्लीनिक को नियमित रूप से संचालित करते हुये अभिलेखों को दुरूस्त किया जाये। इस अवसर पर प्रभारी जेलर अधीक्षक डा0 आर0पी0 चौधरी एवं उप जेलर अवधेश प्रसाद राय, सुनील कुमार द्विवेदी एवं पी0एल0वी0 अमन त्रिपाठी उपस्थित रहे।