प्रतापगढ़।विकास खंड लक्ष्मणपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत चमरूपुर शुक्लान के ग्रामीणों ने प्रधान पति एवं पूर्व प्रधान के पुत्र पर सामुदायिक शौचालय के समर्सिबल को षड्यंत्र करके बेच लेने का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान पति एवं पूर्व प्रधान श्रीपाल मौर्य का पुत्र राजेंद्र उर्फ राजा मौर्य ने शौचालय भवन में लगे समर्सिबल को खुद निकलवा कर बेच लिया और अफवाह फैला दिया कि इसे चोरी कर लिया गया है।दिनांक 18/ 10/2021 को संबंधित प्रधान द्वारा समर्सिबल इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा सेनेटरी के सामानों की तथाकथित चोरी कि फर्जी तहरीर थानाध्यक्ष जेठवारा को वास्ते कार्यवाही सौंपी गई थी, जिसकी पुलिस द्वारा जांँच प्रचलित है के संबंध में गांँव के ही धर्मेंद्र कुमार सरोज सुत पुन्नी लाल एवं अन्य प्रत्यक्षदर्शियोंने जिलाधिकारी प्रतापगढ़ को शपथ पत्र देकर आरोपित किया है कि उक्त तथाकथित फर्जी चोरी एक आपराधिक षड्यंत्र के तहत सरकारी धन को गबन तथा उसका दुरुपयोग करने की मंशा से प्रधान के इशारे पर प्रधान पति मानिकचंद उर्फ़ टीडी सुत राम प्रसाद व राजेंद्र मौर्य उर्फ राजा प्रधान सुत श्रीपाल मौर्य अपने अन्य सहयोगियों के साथ उक्त सामानों की मरम्मत कराने के बहाने उठा/ निकाल ले गए हैं और प्रशासन को गुमराह करने हेतु तथाकथित चोरी की फर्जी लिखित सूचना थानाध्यक्ष जेठवारा को दी है।
शपथकर्ता का आरोप है कि समर्सिबल व अन्य उपकरण जो वहांँ से निकाले गए थे आरोपियों ने पंचायत भवन के शौचालय निर्माण में लगाकर शासन से धन निर्गत कराने का अपराधिक कृत्य किया है जो कि एक आपराधिक कृत्य तथा विधि विरुद्ध है।उक्त इलेक्ट्रॉनिक उपकरण एवं सेनेटरी सामानों के न होने के कारण उक्त सामुदायिक शौचालय का संचालन पूर्णतया बंद होने के बावजूद संबंधित ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत अधिकारी की मिलीभगत से शौचालय में कार्यरत समूह को शासन द्वारा अनुमन्य मानदेय एवं भत्ते का भुगतान कर शासन के धन का दुरुपयोग एवं बंदरबांट किया जा रहा है। शपथ कर्ता ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि शपथ पत्र के आधार पर उपरोक्त आरोपियों के नाम जांँच प्रक्रिया में शामिल कर दोषियों को दंडित किया जाय।
इस संबंध में प्रधान से संपर्क करने की कोशिश की गई पर प्रधान ने मिलने से इनकार कर दिया।प्रधान के मोबाइल पर कॉल करने पर कोई राजा मौर्य नामक व्यक्ति कॉल उठाता है जो खुद को प्रधान बताता है।ग्रामीणों ने पहले भी इस ग्राम पंचायत में सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।इस ग्राम पंचायत के लोगों का कहना है कि जब तक ग्राम पंचायत की उच्च स्तरीय जांँच नहीं होगी तब तक दूध का दूध और पानी का पानी नहीं हो सकता और तब तक ग्रामीणों के धन का दुरुपयोग ऐसे ही होता रहेगा।