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गोरखपुर के सिद्धार्थ श्रीवास्तव और उनके दो मित्रों रवीश अग्रवाल और स्वतंत्र कुमार द्वारा स्थापित स्टार्ट अप कम्पनी ‘एबल जॉब्स’ को विश्व प्रतिष्ठित फोर्ब्स सूची में स्थान मिला है। अमेरिका की प्रतिष्ठित मैगजीन फॉर्ब्स द्वारा हाल ही में 2022 में सबसे प्रभावशाली उद्यमियों की सूची जारी की है। इसमें एशिया 30 अंडर 30 की सूची में ‘एबल जॉब्स’ को सम्मानित स्थान मिला है।

2019 में तीनों युवा उद्यमियों ने यह तय किया कि वे नौकरी के स्थान पर स्टार्टअप कंपनी बनाकर देश के लिए कुछ बेहतर कार्य करेंगे। इसी क्रम में तीनों ने एक ऐसा ऐप बनाया जिससे विभिन्न विषयों के स्नातक को इस ऐप के जरिए ऑनलाइन प्लेटफार्म से जोड़कर रोजगार के लिए प्रशिक्षित किया गया। बड़ी-बड़ी कंपनियों से टाइअप कर उन्हें उन कंपनियों में इंटरव्यू दिलाकर जॉब मुहैया कराया गया। बिना पूंजी के शुरू हुई यह कम्पनी आज दो वर्षो में 80 करोड़ रूपये का बिजनेस कर रही है।

तीनों उद्यमियों ने जैसे ही स्टार्टअप का शुरुआती समय कोरोना से प्रभावित रहा। पिछले तीन साल में इस कंपनी ने लगभग 25 हजार लोगों को रोजगार से जोड़ा। इस कंपनी का अनुबंध फ्लिपकार्ट, शेयर चैट, बिग बॉस्केट आदि जैसी देश- विदेश की कंपनियों से हो चुका है और अभी भी यह सिलसिला जारी है।

कम्पनी के संस्थापकों में सिद्धार्थ श्रीवास्तव, बीटेक, एचबीटीआई कानपुर, रविश अग्रवाल, बीटेक आईआईटी, कानपुर तथा स्वतंत्र कुमार, बीटेक, एचबीटीआई कानपुर से शिक्षा हासिल की है। इनमें से गोरखपुर निवासी सिद्धार्थ श्रीवास्तव के पिता संजय श्रीवास्तव बड़ौदा यूपी बैंक के सेवानिवृत सहायक महाप्रबंधक हैं तथा माता माला श्रीवास्तव गृहिणी हैं। सिद्धार्थ श्रीवास्तव की प्रारंभिक शिक्षा सेंट पॉल स्कूल तथा जीएन पब्लिक स्कूल से हुई है।

हरदा जिले के रहने वाले हैं रवीश

युवा रवीश अग्रवाल मप्र के हरदा जिले के सिराली के रहने वाले हैं। रवीश सहित पूरे भारत से सिर्फ 5 लोगों को फोर्ब्स पत्रिका जगह मिली है। रवीश भी बंगलुरू की एबल जॉब्स कम्पनी के सीईओ हैं। रवीश, सिद्धार्थ और स्वतंत्र की इस उपलब्धि पर माता पिता गौरवान्वित हैं। उनके नात रिश्तेदार और शहर के लोग भी खुश हैं। वहीं सिद्धार्थ के घर पहुंचकर लोगों ने परिवार को बधाई दी।