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पुलिस महानिदेशक वीके भवरा ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) को मजबूत करते हुए उसे पुनर्गठित किया है, वहीं पंजाब पुलिस ने जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को पूछताछ के लिए राज्य में लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

पंजाब पुलिस ने बनाई छह सदस्यीय एसआईटी 

छह सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व एडीजीपी, एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ), प्रमोद बान करेंगे। इसमें एक नया चेयरमैन, आईजीपी (पंजाब सशस्त्र पुलिस) जसकरण सिंह और दो अन्य नए सदस्य होंगे - सहायक महानिरीक्षक (एजीटीएफ) गुरमीत सिंह चौहान और मनसा एसएसपी गौरव तोरा। मनसा एसपी (जांच) धर्मवीर सिंह, बठिंडा डीएसपी (जांच) विश्वजीत सिंह और मनसा सीआईए प्रभारी पृथ्वीपाल सिंह इसके मौजूदा सदस्य हैं।

अपने नए आदेश में डीजीपी भवरा ने कहा कि एसआईटी को दिन-प्रतिदिन जांच करनी चाहिए, अपराधियों को गिरफ्तार करना चाहिए और जांच पूरी होने पर सक्षम अधिकार क्षेत्र की अदालत में रिपोर्ट जमा करनी चाहिए।

बिश्नोई को दिल्ली से पंजाब लाएंगे- पुलिस

मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, मनसा के एसएसपी ने कहा: “हम सिद्धू मूसेवाला की हत्या के सिलसिले में जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को राज्य में लाने के बाद उससे पूछताछ करेंगे। फिलहाल बिश्नोई दिल्ली पुलिस की हिरासत में है। हम कानून के मुताबिक उसे इस मामले की जांच में शामिल करेंगे।'

पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग

ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक इस बात का पता चला है कि पंजाब पुलिस की एक टीम बिश्नोई को प्रोडक्शन वारंट पर लाने के लिए दिल्ली के लिए रवाना हो गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस सिंगर की हत्या के संबंध में विभिन्न एंगल से जांच कर रही है क्योंकि उन्हें कई सुराग मिले हैं। एसएसपी ने कहा, “पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से अपराधियों द्वारा लिए गए मार्ग का पता लगाया है। वे कहां से आए, उन्होंने कैसे रेकी की और कैसे भागे - हमें सब मिल गया है।”

उन्होंने कहा, “हमने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के दो सदस्यों को बठिंडा और फिरोजपुर जेल से मानसा में प्रोडक्शन वारंट पर लाया है। उन्हें छह दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।' एसएसपी ने कहा कि पुलिस लॉरेंस बिश्नोई और उसके कनाडा स्थित सहयोगी गोल्डी बरार की भूमिका की जांच कर रही है, जिन्होंने अपराध की जिम्मेदारी ली थी।

गैंगस्टरों के बीच दशकों पुराने संबंध हैं

सूत्रों ने कहा, "लॉरेंस और गोल्डी बरार हर बार नए शूटर का इस्तेमाल करते हैं ताकि पुलिस उन तक आसानी से न पहुंच सके और अगर पहुंच भी जाए तो वे इसे उनके साथ नहीं जोड़ सकें।" पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 'पंजाब से जुड़े इन गैंगस्टरों के बीच दशकों पुराने संबंध हैं। ये सभी पंजाब यूनिवर्सिटी की राजनीति का हिस्सा हैं, यूनिवर्सिटी कैंपस से दोस्ती और दुश्मनी शुरू हुई थी।' रविवार शाम मानसा के जवाहरके गांव में अज्ञात लोगों ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी। उन्हें 25 गोलियां लगी थीं। मंगलवार को उनके हजारों प्रशंसकों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया।