प्रतापगढ़। मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया ने क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान अफीम कोठी के सभागार में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अन्तर्गत ओ0डी0एफ0 प्लस प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारम्भ किया। कार्यशाला में उप निदेशक पंचायत प्रयागराज मण्डल प्रयागराज, जिला पंचायत राज अधिकारी रवि शंकर द्विवेदी सहित 9 ब्लाकों क्रमशः रामपुर संग्रामगढ़, बिहार, लालगंज, लक्ष्मणपुर, सदर, मंगरौरा, मानधाता, गौरा एवं आसपुर देवसरा के सहायक विकास अधिकारी (पं0), समस्त खण्ड प्रेरक, ग्राम के सचिव, प्रधान एवं राजमिस्त्री सम्मिलित हुये।
कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि ग्राम पंचायत की जनसंख्या के आधार पर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अन्तर्गत वित्तीय प्रावधान 15वें वित्त आयोग के वार्षिक टाईड अनुदान राशि का 30 प्रतिशत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन के लिये लिया जायेगा। राजस्व ग्राम का भौगोलिक, पारिवारिक, संस्थागत एवं संसाधन विवरण की सामान्य जानकारी होना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि घरेलू स्तर, संस्था स्तर, ग्राम स्तर, पंचायत स्तर व विकास खण्ड/जनपद स्तर पर कचरा प्रबन्धन का निस्तारण किया जाये।
प्रशिक्षण में जिला पंचायत राज अधिकारी रवि शंकर द्विवेदी ने ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन हेतु नियोजित गतिविधियों का मदवार वित्तीय विवरण, तरल अपशिष्ट (ग्रे वाटर) प्रबन्धन सहित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होने कहा कि ग्राम स्वच्छता प्लान की नियोजित गतिविधियों को ग्राम पंचायत विकास योजना में अनिवार्य रूप से सम्मिलित कराया जाये। तैयार ग्राम स्वच्छता प्लान ग्राम पंचायत विकास योजना का ही पार्ट होगा एवं ग्राम पंचायत विकास योजना की स्वीकृति की निर्धारित प्रक्रिया यथा ग्रामसभा का अनुमोदन एवं ई-ग्राम स्वराज के पोर्टल पर फीडिंग कराया जाना अनिवार्य है।
अन्त में मुख्य विकास अधिकारी ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे समस्त सहायक विकास अधिकारी (पं0), समस्त खण्ड प्रेरक, ग्राम के सचिव, प्रधान एवं राजमिस्त्री से कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अन्तर्गत प्रशिक्षण में दी गयी जानकारी के तहत समस्त कार्यवाहियॉ समयबद्धता के साथ सम्पन्न कराये और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही एवं शिथिलता कदापि न बरती जाये।