Char Dham Yatra 2022: चारधाम यात्रा पर आए सात और श्रद्धालुओं की सोमवार को हार्टअटैक से मौत हो गई। जबकि, गंगोत्री हाइवे पर रविवार देर रात एक वाहन के खाई में गिर जाने से गोमुख जा रहे दो ट्रेकरों की मौत हो गई और तेरह घायल हो गए। बदरीनाथ धाम में सोमवार को लातूर महाराष्ट्र निवासी शकुंतला (70) और समजीत (80) निवासी लातूर, महाराष्ट्र और गुजरात निवासी महिला श्रद्धालु अलका नायक की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
उधर, रुद्रप्रयाग के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ बीके शुक्ला ने बताया कि, केदारनाथ में सोमवार को कटारी वाला प्रसुख लाल (66) निवासी गुजरात और रामप्यारी (80) निवासी राजस्थान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर भी गुजरात निवासी कनु भाई पटेल (70) निवासी अहमदाबाद गुजरात और आंध्र प्रदेश निवासी पीवी मोहन शंकर (67) की मौत हो गई।
गोमुख जा रहे दो ट्रेकरों की मौत, 13 घायल
उत्तरकाशी। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोपांग बैंड के पास रविवार रात सड़क हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई। जबकि 13 लोग घायल हो गए है। वाहन में कुल 15 लोग सवार थे। पुलिस के मुताबिक यह सभी लोग गोमुख ट्रेक पर जा रहे थे। आईटीबीपी के जवान और हर्षिल पुलिस ने सभी घायलों को हर्षिल आर्मी अस्पताल से 108 एंबुलेंस से जिला अस्पताल उत्तरकाशी रेफर किया गया।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि रविवार रात करीब 1 बजे कोपांग बैंड के पास वाहन अचानक अनियंत्रित होकर वाहन दुर्घटना का शिकार हो गया। हादसे में अलका बोटे (45) निवासी औरंगाबाद व कार्तिक माधवन निवासी औरंगाबाद महाराष्ट्र की आर्मी अस्पताल हर्षिल ले जाते समय मौत हो गई।
4.28 लाख से अधिक यात्री बदरीनाथ पहुंचे
गोपेश्वर। बदरीनाथ में श्रद्धालु भगवान की एक झलक पाने के लिये दर्शन पथ पर ढ़ाई किमी लम्बी लाइन में लगे हैं। इन दिनों आस्था का अभूतपूर्व सैलाब बदरीनाथ में दिख रहा है। इस वर्ष कपाट खुलने की अवधि से लेकर सोमवार शाम तक 428526 श्रद्धालुओं ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन कर लिये हैं। सोमवार को 20493 यात्री पहुंचे।
गंगोत्री-यमुनोत्री पहुंचे सवा चार लाख तीर्थयात्री
उत्तरकाशी। गंगोत्री व यमुनोत्री धाम यात्रा सुचारु रूप से जारी है। दोनों धाम में अब तक सवा चार लाख से अधिक यात्री मां गंगा व यमुना के दर्शन कर लौट चुके हैं। उत्तरकाशी के बाबा विश्वनाथ मंदिर में भी दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों की लंबी कतारें लग रही है। गंगोत्री व यमुनोत्री धाम एक बार फिर पीक पर पहुंच चुकी है।