असंगठित क्षेत्र में बिहार के आधे कामगार खेती से जीविकोपार्जन कर रहे हैं। केंद्र सरकार के ई-श्रम पोर्टल से इसका खुलासा हुआ है। पोर्टल पर अब तक दो करोड़ 82 लाख कामगारों का निबंधन हुआ है। इसमें से एक करोड़ 39 लाख यानी 49.52 फीसदी कामगारों ने खेती कार्य से जुड़े होने की जानकारी दी है। सरकार ने साढ़े तीन करोड़ कामगारों के निबंधन का लक्ष्य तय किया है।
पोर्टल पर सभी क्षेत्र के कामगारों ने अपने-अपने कामों का ब्योरा दिया है। दूसरे पायदान पर घरेलू कार्य से जुड़े कामगार हैं। इस क्षेत्र के अब तक 41 लाख 66 हजार कामगारों ने निबंधन कराया है जो कुल का 14.74 फीसदी है। तीसरे पायदान पर निर्माण क्षेत्र के कामगार हैं। इस क्षेत्र के अब तक 28 लाख कामगारों ने निबंधन कराया है जो कुल निबंधित कामगार का 9.90 फीसदी है। तीसरे पायदान पर कपड़ा उद्योग है। इस क्षेत्र से अब तक 16 लाख 53 हजार कामगारों ने निबंधन कराया है। जबकि चौथे पायदान पर विविध प्रक्षेत्र के कामगार हैं। इसमें 10 लाख कामगारों ने काम करने की जानकारी दी है। खेती, निर्माण व घरेलू क्षेत्र में काम करने के कारण आमदनी के मामले में बिहार के कामगारों की स्थिति अच्छी नहीं है। दो करोड़ 65 लाख कामगारों ने अपनी मासिक आमदनी 10 हजार से कम बताई है। 14 लाख 10 हजार कामगारों ने अपनी आमदनी 10 से 15 हजार, छह लाख 68 हजार कामगारों ने 15 से 18 हजार, 57 हजार कामगारों ने 18 से 21 हजार तो 21 हजार से अधिक मासिक आमदनी मात्र 55 हजार 626 कामगारों ने बताया है।
निबंधित कामगारों ने सबसे अधिक ओबीसी से 57.95 फीसदी कामगार हैं। इसके बाद एससी क्षेत्र से 20.28 फीसदी, निर्माण क्षेत्र से 16.94 फीसदी तो एसटी श्रेणी से 4.82 फीसदी कामगार हैं।
18 से 40 वर्ष के कामगार अधिक
कामगारों में सबसे अधिक युवा हैं। निबंधित कामगारों में 18 से 40 वर्ष के 65.23 फीसदी युवा हैं। 40 से 50 वर्ष के 19.92 फीसदी, 50 वर्ष से अधिक उम्र के 10.79 फीसदी हैं। जबकि जीविकोपार्जन के लिए किशोर भी काम कर रहे हैं। कुल निबंधित कामगारों में 4.06 फीसदी कामगारों की उम्र 16 से 18 वर्ष के बीच है। निबंधन में महिलाओं की संख्या अधिक है। 56.08 फीसदी महिलाएं तो 43.92 फीसदी कामगार पुरुषों ने निबंधन कराया है।
सेक्टर निबंधन(लाख)
कृषि 139.95
घरेलू 41.66
निर्माण 28.01
विविध 10.01
इलेक्ट्रॉनिक्स 5.66
शिक्षा 4.99
टूरिज्म 3.86
स्वास्थ्य 3.41
सौंदर्य प्रसाधन 1.69
टोबैको 0.88
फूड 0.71
ज्वेलरी 0.54
सिक्योरिटी 0.27
लकड़ी 0.19