दिल्ली से सटी सीमा पर वाहन चालकों को रोज अतिक्रमण के चलते जाम से जूझना पड़ रहा है। तमाम दावों के बावजूद दिल्ली से लगे बार्डर पर वाहन चालकों को राहत नहीं मिल रही है। मुख्यमंत्री ने अतिक्रमण और अवैध स्टैंड तत्काल बंद करने के आदेश दिए हुए हैं।
टीएचए में दिल्ली से लगे महाराजपुर बार्डर, भोपुरा बार्डर और सीमापुरी बार्डर पर सबसे ज्यादा ऑटो वालों का जमावड़ा लगा रहता है। जबकि सूर्यनगर और कौशांबी के पास ईडीएम की तरफ वाहनों का जमावड़ा थोड़ा कम रहता है।
बार्डर पर सड़क घेरकर खड़े होते हैं ऑटो
भोपुरा बार्डर पर रोजाना सुबह और शाम के समय वाहन चालकों को बार्डर पार करना मुश्किल भरा होता है। दिनभर गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाली लेन पर ऑटो की भीड़ लगी रहती है। वहीं शाम से लेकर देर रात तक दिल्ली से गाजियाबाद आने वाली लेन पर ऑटो चालक खड़े होते हैं।
सड़क पर ही सवारी बैठाते हैं टैंपो चालक
अतिव्यस्त जीटी रोड पर सीमापुरी बार्डर पर टेंपो चालकों के लिए स्थान निर्धारित किया हुआ है इसके बावजूद टेंपो चालक सड़क घेरकर सवारी बैठाते हैं। मोहन नगर से दिल्ली जाने वाली लेन पर टेंपो चालक उल्टी दिशा में जाकर स्टैंड में खड़े होते हैं। इस वजह से कई बार जाम लगता है। इसके अलावा बार्डर पर गाजियाबाद के लिए सवारी बैठाते समय टेंपो चालक सड़क घेरकर खड़े हो जाते हैं। शाम को व्यस्त समय में दैनिक यात्रियों की संख्या ज्यादा होती है। उस समय टेंपो चालकों की मनमानी सबसे ज्यादा होती है।
महाराजपुर बार्डर: कार्रवाई के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ
महाराजपुर बार्डर पर कौशांबी बस अड्डा स्थित है। यहां से रोजाना प्रदेश के विभिन्न शहरों के लिए रोडवेज बसों का संचालन होता है। बस अड्डे के बाहर सवारियों की तलाश में ऑटो चालक खड़े रहते हैं। सवारी लेने के फेर में ऑटो चालक सवारी घेरकर खड़े हो जाते हैं। सोमवार को भी यहां ऐसा ही नजारा देखने को मिला। जबकि बीते सप्ताह ही कौशांबी पुलिस ने 53 ऑटो सीज किए थे। इसके बावजूद ऑटो चालकों पर इसका कोई प्रभाव नहीं है। दोपहर में ऑटो चालक सड़क घेरकर खड़े हुए मिले।