पटना उच्च न्यायालय की दबिश के बावजूद राजधानी को दक्षिण बिहार से जोड़ने वाली सड़क परियोजना पटना-गया डोभी तय समय में पूरा नहीं हो पाएगा। चार लेन बनने वाली यह सड़क डेढ़ साल के बाद भी आधी नहीं बन सकी है। ऐसे में इस परियोजना का समय पर पूरा होना नामुमकिन लग रहा है। एनएच 83 पटना-गया-डोभी परियोजना के पहले फेज का काम एजेंसी को 14 दिसंबर 2020 को दिया गया।
39 किलोमीटर की इस परियोजना को दिसंबर 22 तक ही पूरा होना था। लेकिन अब तक इस परियोजना की भौतिक प्रगति मात्र 27 फीसदी ही हुई है। जबकि इसपर एजेंसी ने मात्र 20 फीसदी ही राशि खर्च की है। मात्र नौ किलोमीटर सड़क का ही निर्माण हो सका है। बाकी बचे 30 किलोमीटर का निर्माण कार्य दिसंबर तक पूरा होना नामुमकिन लग रहा है। अब इसे मार्च 23 तक पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
इस परियोजना के दूसरे पैकेज का काम एजेंसी को नौ नवंबर 2020 को दिया गया। इसका निर्माण कार्य भी दिसंबर 22 में पूरा होना है। 44 किलोमीटर की इस परियोजना में अब तक मात्र 19.5 किलोमीटर ही निर्माण हो सका है। परियोजना की भौतिक प्रगति 38 फीसदी तो वित्तीय प्रगति 26 फीसदी ही है। इसे भी अब मार्च 23 तक पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
तीसरे चरण में एजेंसी को 23 नवंबर 2020 को काम दिया गया। 44.21 किलोमीटर की इस परियोजना में अब तक 23 किलोमीटर का ही निर्माण हो सका है। इसकी भौतिक प्रगति 40 फीसदी तो वित्तीय प्रगति 28 फीसदी है। इसे भी मार्च 23 तक पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। परियोजना की धीमी रफ्तार को देखते हुए सरकार ने इसे तय समय में पूरा करने को कहा है।
1582 करोड़ की है कुल परियोजना
पटना-गया-डोभी 127 किलोमीटर है। परियोजना की लागत 1582 करोड़ रुपए की है। चार लेन की इस परियोजना पर 2020 में काम शुरू कर 2022 तक पूरा कर लेना था। लेकिन जमीन अधिग्रहण में देरी और एजेंसी की सुस्ती के कारण यह तय समय में पूरी नहीं हो सकेगी। मार्च 23 नई तिथि तय की गई है। इस अवधि में सड़क का निर्माण पूरा हो जाए तो पटना, गया व जहानाबाद को सीधा लाभ होगा। गया के रास्ते झारखंड आना-जाना भी आसान होगा। मौजूदा समय में पटना-गया सड़क पर ही सबसे अधिक जाम की समस्या लग रही है। मिनटों का सफर लोग घंटों में तय कर रहे हैं। इस सड़क के बनने से लोग कम समय में अधिक दूरी तय कर सकेंगे।
इंफो
2020 में शुरू हुआ था निर्माण
2022 दिसंबर में पूरा करने का लक्ष्य
1582 करोड़ की है कुल परियोजना
127 किलोमीटर लंबी की है कुल सड़क
51.5 किलोमीटर अब तक बनी है सड़क