बंगाल कोयला खनन घोटाला: सरगना अनूप माजी का साथी आरोपी गिरफ्तार, ED की पूछताछ में होंगे और खुलासे
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पश्चिम बंगाल के कोयला खनन घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। ईडी ने गुरुवार को दिल्ली में गुरुपद माजी को हिरासत में लिया और बाद में उसे विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया। एजेंसी की ओर से जारी बयान के अनुसार, अदालत ने माजी को सात दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेजा है। ईडी ने कहा कि आरोपी मामले के मुख्य आरोपी या 'सरगना' अनूप माजी का साथी है।
कोयला घोटाले के इस मामले में ईडी ने यह तीसरी गिरफ्तारी की है। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस युवा मोर्चा के नेता विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा और बांकुड़ा थाने के तत्कालीन प्रभारी पूर्व निरीक्षक अशोक कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने इस मामले में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी से पूछताछ की है और उनकी पत्नी रूजिरा को सम्मन जारी किया है।
'अवैध कोयला खनन से जुटाए गए धन से मिले 66 करोड़'
ईडी ने कहा कि माजी को अनूप माजी ऊर्फ लाला और उसके सहयोगियों द्वारा अवैध कोयला खनन से जुटाए गए धन से 66 करोड़ रुपये मिले। एजेंसी ने बताया कि उक्त राशि में से 26 करोड़ रुपये उसने कोलकाता के एक सीए को दिए ताकि वह इसे सफेद धन बनाने के लिए शेल कंपनियां बना सके। इस प्रक्रिया में माजी ने सीए की मदद से 13 शेल या पेपर कंपनियां जुटाईं।
'13 शेल कंपनियों की कीमत 28 करोड़ है लेकिन...'
एजेंसी की ओर से जारी बयान के अनुसार, इन 13 शेल कंपनियों की कुल कीमत 28 करोड़ रुपये हैं लेकिन उसने (माजी) दस्तावेजों में शेयर धारकों को 88 लाख रुपये का भुगतान करके इन कंपनियों को खरीदा, इस तरह से उसने अवैध रूप से कमाए गये धन को सफेद किया। ईडी का धन शोधन से जुड़ा यह मामला नवंबर, 2020 में सीबीआई द्वारा करोड़ों रुपये के कोयला खनन घोटाला मामले में दर्ज प्राथमिकी से जुड़ा है।