up budget 2022: गुरुवार को पेश यूपी के सबसे बड़े बजट की भारी भरकम राजस्व प्राप्ति के आंकड़ों में से 45.7 फीसदी राशि कार्मिकों के वेतन, पेंशन के अलावा लिए गए ऋणों के ब्याज के भुगतान में ही निकल जाएगी। इसमें ऋणों के प्रतिदान (किश्त की अदायगी) को जोड़ दें तो यह राशि 49.4 फीसदी हो जाएगी। ये ऐसे खर्चें हैं जिसमें चाहकर भी सरकार एक पैसे की कटौती नहीं कर सकती है।
राज्य सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में कुल 5 लाख 6 हजार 181 करोड़ 84 लाख रुपये राजस्व प्राप्ति का अनुमान किया है। इन प्राप्तियों के मुकाबले वेतन, पेंशन और ब्याज के मद में 45.7 फीसदी धनराशि खर्च होने का अनुमान है। वहीं राज्य की राजस्व प्राप्तियां जिसमें स्वयं के कर राजस्व, केंद्रीय करों में राज्यांश, करेत्तर राजस्व तथा केंद्रीय सहायता अनुदानों से कुल 4 लाख 99 हजार 212.71 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्ति अनुमानित किया है। इसके मुकाबले देखें तो वेतन, पेंशन व ब्याज मद में ही 60.7 फीसदी धनराशि खर्च हो जाएगी।
वेतन मद में ही 153569.66 करोड़ खर्च का है अनुमान : राज्य सरकार की इस कुल कमाई में से सबसे बड़ी धनराशि राज्य कर्मचारियों के वेतन, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पेंशन और ऋणों पर ब्याज के मद में जाएगी। इन तीनों मदों में ही सरकार के कुल राजस्व से 2 लाख 76 हजार 634.87 करोड़ रुपये खर्च हो जाएंगे। इसमें भी सबसे बड़ी धनराशि वेतन मद में 153569.66 करोड़ रुपये जाएगा। पेंशन भुगतान में 77077.75 रुपये खर्च होगा।
वेतन मद में ही सर्वाधिक खर्च
सरकार की इस कुल कमाई में से सबसे बड़ी धनराशि राज्य कर्मचारियों के वेतन, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पेंशन और ऋणों पर ब्याज के मद में जाएगी।