अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के गुर्गे अब टेरर फंडिंग से लेकर गैंगस्टर्स के साथ सांठगांठ कर बड़ी वारदात को अंजाम देने में फिराक में जुटे हैं। इसके लिए डी कंपनी पाकिस्तानी खुफिया इकाई आईएसआई के जरिये टेरर फंडिंग में जुटी है। डी कंपनी के गुर्गे दिल्ली समेत भारत के विभिन्न इलाकों में सक्रिय गैंगस्टर्स को भी जोड़ रहे हैं, ताकि बड़ी वारदात को अंजाम दिया जा सके। यह खुलासा खुफिया इकाइयों द्वारा सुरक्षा एजेंसियों को मुहैया कराई गई सूचना में हुआ है।
ये हैं खतरनाक इरादे : बीते दिनों नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) द्वारा फरवरी में गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम के तहत दर्ज एक केस में दाऊद इब्राहिम द्वारा बनाए गए खतरनाक मंसूबे का खुलासा हुआ है।
एनआईए ने अपनी एफआईआर में बताया है कि दाऊद और उसका गैंग अब भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल है। इनमें हथियारों की सप्लाई, अंडरवर्ल्ड क्रिमिनल सिंडिकेट, जाली नोटों का कारोबार, नाजायज कब्जे का धंधा, आतंकवाद के लिए फंड जुटाना और आतंकी संगठनों से तालमेल बैठा कर उन्हें मदद पहुंचाने का काम शामिल है।
01 नवम्बर, 2017: छोटा राजन और तारिक फतेह की सुपारी लेने वाला छोटा शकील का गुर्गा गिरफ्तार। इस पर भी तीन मामले पहले से दर्ज थे।
नेटवर्क तैयार करने की कोशिश
अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए अंडरवर्ल्ड की यह स्पेशल यूनिट देश के बड़े शहरों में हिंसा की वारदात को भी अंजाम देना चाहती है। इसके लिए ये विभिन्न इलाकों में सक्रिय गैंगस्टर और उनके गुर्गों से संपर्क बना रहे हैं, ताकि इसके जरिये भारत में नेटवर्क तैयार कर सकें।
स्पेशल यूनिट का गठन
एजेंसियों को इस बात की भी जानकारी मिली है कि डी कंपनी ने भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक स्पेशल यूनिट का गठन किया है, जो आतंकी हमले के साथ नामचीन लोगों को निशाना बना सकती है। इनमें बड़े सियासी नेता, कद्दावर चेहरे, कारोबारी और दूसरे लोग शामिल हैं। इसके लिए इस स्पेशल यूनिट को विस्फोटक, हथियार और दूसरे घातक तरी़कों से वार करने की ट्रेनिंग भी दी गई है।